लेखनी प्रतियोगिता -28-Jun-2023
एक सैनिक अपनी प्रेमिका से कहता है
देख लो जी भर के मुझे
मैं अपनी देश की रक्षा को जा रहा हूं
फोन आयेंगे आपके मैं मशरूफ हो शायद
जवाब न दे पाऊंगा
तुम भेजना खत मुझे मेरे चेहरे में मुस्कान आती है
वो चिट्ठी पढ़ मुझे तेरी याद आती है
कर्तव्य का पक्का मैं मार्ग से भटकता नही
करो इंतजार में जल्द वापस आऊंगा
ये कह नही सकता मैं जिंदा आऊंगा
अगर में देश के लिए बलिदान हो गया तो
उस जन्म फिर मुलाकात होगी
रो मत पगली मेरी पत्नी इतनी कमजोर नही क्योंकि तुम मेरी हो
देश का सैनिक हूं आखिर
एक दिन कॉल आता फोन न लग पाता
प्रेमिका परेशान होती है एक बार कॉल उठ बस धीरे आवाज आती है
तुम मेरी हो मेरे थी मेरे रहोगी
मेरे बिन अपना ध्यान रखना
खत्म किस्सा पत्नी मूर्छित हो जाती है
तभी दूजे दिन शहीद तिरंगा में लिपटे वापस आते है वो
जब वो चीख चीख के रोती है तो देखती हाथ उसका उसमे एक बात थी
फिर मुलाकात होगी कभी
रो रो कर बोलती मुलाकात को मैं हर रोज तरसती थी
आज तुम मुझे छोड़ सबसे दूर जा रहे हो फिर मुलाकात कह मुझे चुप वा रहे
मैं नहीं रोऊंगी मुझसे मिलने जल्द आना
वरना मुझे भी अपने संग ले जाना।।
राजीव भारती
29-Jun-2023 04:40 PM
जी बेहद ही उम्दा पेशकश।
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Babita patel
29-Jun-2023 02:36 PM
nice
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Abhilasha Deshpande
28-Jun-2023 01:41 PM
nice
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